पत्रिकाओं में छपी कहानियों की नयी पुस्तक हेतु एक सर्वे

अनेक लोग अनुरोध कर रहे कि मैगजीन/ पत्रिकाओं में छपी अच्छी कहानियों को भी कहानी संग्रह “चदरिया झीनी रे झीनी” में ली जाये. ऐसा नहीं कर सकते. यह पुस्तक बारह अप्रकाशित कहानियों की ही पुस्तक होगी.
अभी पहले कथरी, 51 कवियों की पुस्तक और फिर “चदरिया झीनी रे झीनी” कहानी संग्रह आ जाये तब आगे की बात बढ़ायेंगे.

एक काम कर सकते हैं कि कथाकारों की प्रसिद्ध कहानियों का संग्रह ला सकते. जैसे कोई कहानी कभी किसी पत्रिका में छपी, चर्चित रही और दो महीने बाद विलुप्त हो गयी. अब कहीं वो छपेगी भी नहीं और अन्य लोग या नये लोग पढ़ नहीं पायेंगे. ऐसे लेखक और ऐसी कहानियों का संग्रह भी 12 – 12 कर सीरीज में निकाल सकते हैं. इस पर विचारते हैं.

तत्काल एक सर्वे कर लेते हैं.
आपको कोई कहानी अगर पुनः पढ़ने का मन करे तो आज के रचनाकारों में आप कौन सी कहानी बार- बार या कुछ अंतराल पर पढ़ना चाहेंगे?
आप रचनाकार का नाम, कहानी का शीर्षक और किस पत्रिका में आपने पढ़ी थी बता सकते. अपनी लिखी कहानी नहीं बता सकते, अन्य की बताएँ.
अपने विचार नीचे कमेंट  बॉक्स में दे सकते, थोड़ी देेेर बाद दिखने लगेेगा.

बचपन से साहित्य पढ़ने का शौक. अनेक भाषाओं की पुस्तकें पढ़कर अपना विचार देना. तत्पश्चात पुस्तकों की समीक्षा करना. फिर लिखना प्रारम्भ. अब तक “अवली”, “इन्नर” “बारहबाना” और “प्रभाती” का सफल सम्पादन.