https://www.instamojo.com/bbjhacbi/innar/
(इस लिंक से सहयोग राशि रुपये 199/- भेजकर पुस्तक “अवली” की बुकिंग कर सकते हैं.)
(इसी लिंक से सहयोग राशि रुपये 199/- भेजकर पुस्तक “इन्नर” की बुकिंग कर सकते हैं.)
“अवली” अपने शाब्दिक अर्थ ‘पहला अन्न जो पहले पहले खेत से काटा जाता है’ के अनुरूप आपके सम्मुख है। अनेक ऐसे लेखक और कवि हैं जो अच्छा लिखते हैं परन्तु उनकी रचनाएँ सबों के पास नहीं पहुँच पातीं हैं। ‘अवली’ स्थापित शायरों, लेखकों और कवियों की रचनाओं के साथ नये रचनाकारों को आगे लाने का प्रयास है। एक ही पुस्तक में कहानियाँ, कविताएँ और गज़लें हैं। एक नया प्रयोग किया गया है। इस साझा संकलन में देश विदेश के पैंतीस लोगों की रचनाएँ समाहित की गयीं हैं। 216 पेजों की पुस्तक सहयोग राशि 199/- पर उपलब्ध है। आशा है रचनाएँ आप सुधी पाठकों को पसंद आयेंगीं। कहानियों की सूची- शीर्षक— रचनाकार
- इत्रदान – सिनीवाली
- स्वर्णचम्पा – सिनीवाली
- बरखा – विभूति भूषण झा
- बारह आने का सच – बिंदु प्रसाद “कर्ण”
- नियति – देवांशु कुमार झा
- महंगे रिश्ते – डॉ. शिल्पा जैन सुराणा
- नयी दुल्हन- अंजली देशपांडे
- चिरनिद्रा – प्रतिभा
- गायत्री – उमा झुनझुनवाला
- कुसुम – प्रतिभा मिश्रा
- हरियाणा जलेबी हाउस – श्वेता मिश्रा
- दामाद – मधुमति ठाकुर
- दूध ही नहीं हुआ- बरुण बाबुल
- काल देवी – नफे सिंह कादयान
- एक लेखक की मौत – राजेंद्र राजन
- धाधा – सर्वेश्वर प्रताप सिंह
कवितायेँ एवं ग़ज़ल - क्या लगता है बच्चा बनना बहुत आसान है?- अतुल भारद्वाज
- भोले नयनों में चमक- हरिहर झा
- स्वाभिमानी बहू- अमरनाथ “बमबम”
- बहुत तपे पेड़- जितेन्द्र निर्मोही
- मौत – हरीश रूपड़ा
- बारिश – संजीव बख्शी
- प्रत्याशा – श्रीनारायण झा
- बरसाती नदी – श्रीनारायण झा
- रात दिन – श्रीनारायण झा
- प्रेमिका की याद – संजीव ठाकुर
- मेरे शब्द – विवेक नारायण
- बस तू ख्वाब देखता जा – विवेक नारायण
- अच्छा हुआ तुम मौन रहे – विवेक नारायण
- स्त्रियाँ – श्रीमती उमा झुनझुनवाला
- विलोम – श्रीमती उमा झुनझुनवाला
- मॉर्निंग वाक – ममता झा
- बोन्साई – अनुपमा झा
- हम दोनों के बीच था प्रेम – रोहित ठाकुर
- बहुत याद आते हो – रौशन पाण्डेय
- टावरिंग इन्फर्नो – डॉ. अशोक गुजराती
- जंगल हमसे बेहतर है – अम्बिकानंद “पिंकू”
- प्रतीक्षारत हूँ मैं – मीनाक्षी सिंह
- कुत्ता और भिखारी – राजेश कुमार
- मुझे जब याद आता है – महसर आफ़रीदी
- ग़ज़ल – ऐनुल बरौलवी
- ग़ज़ल – सिवा संदीप गढ़वाल
दिए गए लिंक पर क्लिक करने से कुछ भी नहीं समझ आता है। हमें दोनों पुस्तकें लेनी है। कोई दूसरा तरीका बताने का आग्रह है धन्यवाद।